Bhav Vachak Sangya in Hindi – यहाँ पर आपको Bhav Vachak Sangya से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध कराई गई हैं. जैसे – Bhav Vachak Sangya ki Paribhasha, इसके उदाहरण आदि. भाववाचक संज्ञा को उनके पहचान के साथ जानकारी दी गई हैं. भाववाचक संज्ञा से अनेको प्रकार के प्रश्न स्कूलों और प्रतियोगिता परीक्षाओं में हमेशा पूछे जाते हैं.
भाववाचक संज्ञा की परिभाषा और उदाहरण, Bhav Vachak Sangya in Hindi
हिन्दी व्याकरण में संज्ञा के भेद में दो मान्यताएं हैं. (1) प्राचीन और (2) आधुनिक मान्यताएं.
प्राचीन मान्यताओं के आधार पर संज्ञा के पांच भेद माने गए हैं.
(1) व्यक्तिवाचक संज्ञा
(2) भाववाचक संज्ञा
(3) जातिवाचक संज्ञा
(4) द्रव्यवाचक संज्ञा
(5) समूहवाचक या समुदायवाचक संज्ञा
आधुनिक मान्यताओं के अनुसार संज्ञा को तीन भेद माना जाता हैं.
(1) व्यक्तिवाचक संज्ञा
(2) भाववाचक संज्ञा
(3) जातिवाचक संज्ञा
भाववाचक संज्ञा की परिभाषा
जो शब्द किसी पदार्थ के गुण, अवस्था, दशा, धर्म, दोष, आकार, भाव का बोध करता हैं. उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं.
वह संज्ञा जिससे हम सिर्फ अनुभव कर सकते हैं. उन्हें छू नहीं सकते हैं. इनका कोई रूप या आकार नहीं होता हैं.
जैसे – प्यास, बुढ़ापा, अन्याय, परायापन. बच्चपन, सुन्दरता, मित्रता, मोटापा, जवानी, थकावट, धर्म, खटास, मिठास, क्रोध, नीचता, मुस्कराहट, मानवता, भूख आदि.
Bhav Vachak Sangya Example (भाववाचक संज्ञा के 10 उदाहरण)
(1) अयोध्या में भगवान् राम की सुन्दर मंदिर हैं.
यहाँ पर सुन्दर शब्द अयोध्या में राम की एक सुन्दर मंदिर होने का बोध करा रहा हैं. इसलिए इस वाक्य में सुन्दर शब्द एक भाववाचक संज्ञा हैं.
(2) शिक्षक बहुत गुस्से में हैं.
इस वाक्य में शिक्षक को गुस्सा होने का बोध पता चल रहा हैं. इसलिए गुस्सा यहाँ पर भाववाचक संज्ञा हैं.
(3) माँ बच्चों से प्रेम करती हैं.
यहाँ पर इस वाक्य में प्रेम शब्द माँ को आपने बच्चों से होने का भाव बोध करा रहें हैं. इसलिए यह भाववाचक संज्ञा हैं.
(4) नरेश बहुत ही इमानदार व्यक्ति हैं.
यहाँ पर इमानदार शब्द नरेश को एक इमानदार होने का बोध करा रहा हैं. इसलिए यहाँ पर इमानदार शब्द एक भाववाचक संज्ञा हैं.
(5) अमेरिका एक अमीर देश हैं.
यह वाक्य अमेरिका को एक अमीर देश होने का बोध करा रहा हैं. इसलिए अमीर शब्द यहाँ पर एक भाववाचक संज्ञा हैं.
(6) राम की लम्बाई मोहन से ज्यादा हैं.
यहाँ पर राम को लम्बे होने का बोध करा रहा हैं. इसलिए लम्बाई शब्द को यहाँ पर भाववाचक संज्ञा कहते हैं.
(7) मोहन को बहुत तेज की भूख लगी हैं.
यहाँ पर मोहन को भूख लगने का बोध हो रहा हैं. इसलिए भूख एक भाववाचक संज्ञा हैं.
(8) रमेश बहुत मोटा हो चूका हैं.
यहाँ पर रमेश को मोटा होने का बोध हो रहा हैं. इसलिए यहाँ पर मोटा एक भाववाचक संज्ञा हैं.
(9) मुझे प्यास लगी हैं.
यहाँ पर प्यास लगने का बोध हो रहा हैं. इसलिए यहाँ पर प्यास शब्द भाववाचक संज्ञा हैं.
(10) रावण बहुत क्रोधी था.
यहाँ पर रावण को क्रोधी होने का बोध हो रहा हैं. इसलिए क्रोधी शब्द एक भाववाचक संज्ञा हैं.
भाववाचक संज्ञा बनाने के नियम
संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण, जातिवाचक संज्ञा, अव्यय में ता, पा, अ, आस, पन, ई, वट, त्व, य, आव, हट आदि को जोड़कर भाववाचक बनाया जाता हैं.
जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा
मानव | मानवता |
मनुष्य | मनुष्यता |
दूत | दौत्य |
नारी | नारीत्व |
भाई | भाईचारा |
युवक | यौवन |
भाई | भाईचारा |
दास | दासत्व |
इंसान | इंसानियत |
राष्ट्र | राष्ट्रीयता |
ब्राह्मण | ब्राह्मणत्व |
प्रभु | प्रभुता |
पात्र | पात्रता |
माता | मातृत्व |
जाति | जातियता |
बच्चा | बचपन |
घर | घरेलू |
शैतान | शैतानी |
गुरु | गुरुत्व |
पुरुष | पुरुषत्व |
सर्वनाम से भाववाचक संज्ञा
अहं | अहंकार |
निज | निजत्व |
स्व | स्वत्व |
पराया | परायापन |
मम | ममत्व/ममता |
सर्व | सर्वस्व |
आप | आपा |
पराया | परायापन |
अपना | अपनापन/अपनत्व |
माँ | ममता/ममत्व |
संज्ञा से भाववाचक संज्ञा
लड़का | लडकपन |
बूढ़ा | बुढ़ापा |
पंच | पंचायत |
नर | नरत्व |
शिष्य | शिष्यत्व |
पंडित | पांडित्य |
राष्ट्र | राष्ट्रीयता |
भार | भारीपन |
माता | मातृत्व |
गुरु | गुरुता |
पशु | पशुत्व |
ईश्वर | ईश्वर्य |
मनुष्य | मनुष्यता |
वकील | वकालत |
देव | देवत्व |
क्रिया से भाववाचक संज्ञा
कमाना | कमाई |
लिखना | लेख |
खेलना | खेल |
बनाना | बनावट |
भिड़ना | भिडंत |
लुटाना | लूट |
उड़ना | उड़ान |
जितना | जीत |
लिखना | लिखावट |
सींचना | सिंचाई |
मरना | मरण |
फैलाना | फैलाव |
लड़ना | लड़ना |
भूलना | भूल |
महकना | महक |
विशेषण से भाववाचक संज्ञा
बुद्धिमान | बुद्धिमानी |
अमीर | अमीरी |
क्रोधी | क्रोध |
मूर्ख | मूर्खता |
कायर | कायरता |
गंभीर | गंभीरता |
गोरा | गोरापन |
सम | समता |
तेज | तेजी |
हिंसक | हिंसकता |
बेईमान | बेईमानी |
गँवार | गँवारपन |
सुखद | सुखदायी |
एक | एकता |
शांत | शांति |
अव्यय से भाववाचक संज्ञा
समीप | सामीप्य |
परस्पर | पारस्पर्य |
दूर | दुरी |
निकट | नैकट्य |
धिक् | धिक्कार |
मना | मनाही |
पूर्ण | पूर्णता |
भाववाचक संज्ञा के अन्य उदाहरण
(1) उसे अपने दोस्तों पर बहुत गुस्सा आता हैं.
(2) उसकी ईमानदारी कभी भी शक की घेरे में नहीं हैं.
(3) उसने अपनी मेहनत लगन से अपना मुकाम हासिल किया.
(4) रमेश की कुछ अच्छी खूबियों के कारण ही लोग उसे पसंद करते हैं.
(5) वह शांति से कुछ समय सोना चाहता था.
(6) रमेश दर्द से कराह रहा हैं.
(7) उसने इस विषय पर अपनी कोई सलाह नहीं दी.
(8) लड़कों में मोटिवेशन की कमी आ रही हैं.
(9) रमेश को उससे ज्यादा सहानुभूति की उम्मीद नहीं हैं.
(10) उस परीक्षा के परिणाम सभी को आश्चर्य कर दिया.
(11) इस परीक्षा में सफलता दर कम ही होती हैं.
(12) रमेश की मूर्खतापूर्ण बाते विश्वास से परे होते हैं.
(13) किसी को भी शोक संतप्त दुःख से उबरने के लिए कुछ समय की जरुरत होती हैं.
(14) पिछली रात को मुझे बिल्कुल ही नींद नहीं आई.
(15) उनलोगों ने एक अफवाह पर विश्वास कर लिया.
(16) परीक्षा समाप्त होने के बाद मुझे रहत महसूस हुई.
(17) मै मनोरंजन के लिए फिल्म देखने जाता हूँ.
(18) कसरत से वास्तव में आदमी सेहतमंद रहता हैं.
(19) आपको अपने आप पर गर्व करना चाहिए.
(20) उसकी आदएं किसी को भी अपनी और आकर्षित कर सकती हैं.
(21) दुनिया में करोड़ों लोग गरीबी में जी रहें हैं.
(22) मै आपको आपकी दयालुता के लिए धन्यवाद देता हूँ.
(23) उसको लगता हैं कि जज ने उसके साथ न्याय नहीं किया.
(24) जब मोहन को पहला बच्चा हुआ तो वह ख़ुशी से झूम उठा.
(25) रमेश ईर्ष्या में रामू को दुखी देखना चाहता हैं.
(26) वह एक औसत दर्जे का इन्सान हैं.
(27) राज को पागलपन के दौरे आते रहते हैं.
(28) राजेश को उम्मीद बिल्कुल ही नहीं थी की प्रिया के साथ उसका मोह बना रहेगा.
(29) रमेश के हालत में सुधार की गुंजाइश नहीं लग रही हैं.
(30) आपके अपने ग्रुप में कितना प्रभाव हैं.
(31) युद्ध में सैनिक ने आपना साहस दिखाया.
(32) सफलता का दुश्मन अहंकार होता हैं.
(33) इण्डिया क्रिकेट टीम जीत का जश्न माना रही हैं.
(34) हमें अपनी ताकत को कम नहीं समझना चाहिए.
(35) रानी को डर था की वह साईकिल से गिर जाएगी.
(36) राम को नरेश से विश्वास से उठ चूका हैं.
(37) मै अपनी दोस्त की सफलता से बहुत खुश हूँ.
(38) आस्ट्रेलिया टीम इंग्लेंड को मैच हरा देगी.
(39) हम लोगो की यह मुलकात हमेशा याद रहेगी.
(40) रोहन की आवाज में मिठास बहुत हैं.
(41) नरेश और रमेश की अच्छी दोस्ती हैं.
(42) मै आपको इंसानियत के नाते मदद किया.
(43) तुम्हारी समझ बहुत कमजोर हैं.
(44) जीवन एक संघर्ष हैं.
(45) आपके इस सफलता का क्या रहस्य हैं.
(46) इस आम में बहुत ही मिठास हैं.
(47) आपसे मिलकर एक अपनापन सा महसूस होता हैं.
(48) राजेश बहुत ही चतुर इन्सान हैं.
(49) आप से मिलकर बच्चपन की यादे ताजा हो गई.
(50) नरेश एक चापलूस लड़का हैं.
Bhav Vachak Sangya FAQ
प्रश्न 01 – साहस शब्द में कौन सी संज्ञा हैं.
साहस शब्द में भाववाचक संज्ञा हैं.
प्रश्न 02 – मानव की भाववाचक संज्ञा क्या हैं?
मानव की भाववाचक संज्ञा मानवता हैं.
सारांश
इस पोस्ट में आपको भाववाचक संज्ञा से संबंधित सभी जानकारी दी गई हैं. जैसे – परिभाषा, पहचान और जातिवाचक संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण, अव्यय में कुछ वर्णों को जोड़कर उन्हें भाववाचक संज्ञा कैसे बनाते हैं.
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