व्यक्तिवाचक संज्ञा (परिभाषा, उदाहरण), Vyakti Vachak Sangya

Vyakti Vachak Sangya – यहाँ पर आपको Vyaktivachak Sangya से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध कराई गई हैं. जैसे – Vyakti Vachak Sangya ki Paribhasha इसके उदाहरण आदि. व्यक्तिवाचक संज्ञा को उनके पहचान के साथ जानकारी दी गई हैं. Vyakti Vachak Sangya in Hindi से संबंधित प्रश्न प्रतियोगिता परीक्षाओं और स्कूलों में भी पूछे जाते हैं.

व्यक्तिवाचक संज्ञा, Vyakti Vachak Sangya in Hindi

Vyakti Vachak Sangya

Vyakti Vachak Sangya Kise Kahate Hain

जो शब्द किसी एक व्यक्ति स्थान या वस्तु का बोध करता हैं. उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं.

जैसे –
अमेरिका, भारत – स्थान
टीवी, किताब – वस्तु
रमेश, महात्मा गाँधी – व्यक्ति

Example of Vyakti Vachak Sangya

व्यक्ति के नाम – मोहन, आर्यन, सुरेश, विराट कोहली, रोहित. नरेश, राजेश आदि.

स्थान के नाम – भारत, अमेरिका, चीन, नेपाल, बिहार, दिल्ली, पटना, जयपुर, पंजाब गुजरात आदि.

दिशाओं के नाम – पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण आदि.

देवी देवताओं के नाम – विष्णु, शिव, लक्ष्मी, पार्वती, हनुमान आदि.

राष्ट्रीय जातियों के नाम – नेपाली, अमेरिकी, रूसी, भारतीय आदि.

समुन्द्रों के नाम – प्रशांत महासागर, हिन्द महासागर, भूमध्य सागर, काला सागर आदि.

भाषाओँ के नाम – मराठी, अंग्रेजी, बंगाली, फ्रेंच, कन्नड़, गुजराती, हिंदी, नेपाली, संस्कृत आदि.

पहाड़ों के नाम – कराकोरम, अलकनंदा, एवरेस्ट, हिमालय, अरावली, कंचनजंघा आदि.

समाचार पत्रों के नाम – दैनिक जागरण, दैनिक भाष्कर, हिन्दुस्तान, प्रभात खबर आदि.

एतिहासिक घटनाओं के नाम – अक्टूबर क्रांति, सिपाही विद्रोह, पानीपत की लड़ाई इत्यादि.

उपाधि, पुरस्कार के नाम – भारत रत्न, अर्जुन पुरस्कार, सर, डॉक्टर, पदमभूषण आदि.

योजनाओं के नाम – प्रधानमंत्री सम्मानिधि योजना, जनधन योजना, छात्रवृत्ति योजना आदि.

नदियों के नाम – सिन्धु, कावेरी, कृष्णा, गंगा, ब्रहमपुत्र नदी आदि.

खेलों के नाम – टेनिस, फुटबाल, हाकी, क्रिकेट, कबड्डी आदि.

दिन और महीनों के नाम – मार्च, अप्रेल, सोमवार, मंगलवार आदि.

उत्सओं एवं त्योहार का नाम – रक्षाबंधन, दीपावली, होली, लोहरी, विजयदशमी आदि.

व्यक्तिवाचक संज्ञा की पहचान

(i) एकवचन में व्यक्तिवाचक संज्ञा को हमेशा प्रयोग होता हैं. इसको बहुवचन से एकवचन अरु एकवचन से बहुवचन में परिवर्तित नही किया जा सकता हैं.
(ii) व्यक्तिवाचक संज्ञा विशेषण होता हैं.
(iii) व्यक्तिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा का निर्माण नहीं होता हैं.

व्यक्तिवाचक संज्ञा उदाहरण – Vyakti Vachak Sangya Examples

(1) महेश दौड़ रहा हैं.

(2) रमेश खेल रहा हैं.

(3) रामनाथ कोविद राष्ट्रपति हैं.

(4) धोनी एक क्रिकेटर हैं.

(5) लता मंगेशकर एक गायिका थी.

(6) अजय देवगन एक फिल्म अभिनेता हैं.

(7) राजू के पिता शिक्षक हैं.

(8) प्रशांत शहर गया हैं.

(9) नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं.

(10) नरेश एक अच्छा इन्सान हैं.

यहाँ पर जो उपर वाक्य दिए गए हैं. उनमे महेश, रमेश, रामनाथ कोविद, धोनी, लता मंगेशकर, अजय देवगन, राजू, प्रशांत, नरेंद्र मोदी और नरेश एक नाम हैं. जो यह शब्द किसी विशेष एक व्यक्ति का बोध करा रहें हैं. सभी व्यक्तियों का नहीं. इसलिए यह सभी नाम व्यक्तिवाचक संज्ञा हैं.

(1) हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा हैं.

(2) मराठी महाराष्ट्र राज्य में बोली जाती हैं.

(3) इंग्लैंड में अंग्रेज़ी बोली जाती हैं.

(4) रमेश फ्रेंच बोल सकता हैं.

(5) रमेश हिंदी नहीं बोल सकता हैं.

यहाँ पर जो उपर में वाक्य दिए गए हैं. इनमे हिन्दी मराठी, अंग्रेजी, फ्रेंच एक भाषा हैं. जो एक विशेष भाषा का बोध कराती हैं. यह शब्द सभी भाषाओँ का बोध नहीं कराती हैं. इसलिए यह व्यक्तिवाचक संज्ञा हैं.

(1) पटना बिहार की राजधानी हैं.

(2) जयपुर को पिंक सिटी भी कहा जाता हैं.

(3) भारत की राजधानी दिल्ली हैं.

(4) लखनऊ शहर को नवाबो का शहर कहते हैं.

(5) होटल ताज मुंबई में स्थित हैं.

यहाँ पर जो उपर वाक्य दिए गए हैं. उनमे जो शब्द पटना, जयपुर, दिल्ली, लखनऊ, मुंबई किसी एक महानगर का बोध करा रहें हैं. सभी महानगर का नहीं. इलसिए यह व्यक्तिवाचक संज्ञा हैं.

कुछ अन्य उदाहरण

(1) डॉ राजेन्द्र प्रसाद भारत के राष्ट्रपति थे.

(2) विराट कोहली क्रिकेटर हैं.

(3) वह जर्मनी में रहता हैं.

(4) मैं हिंदी नावेल पढ़ता हूँ.

(5) रामायण एक ग्रन्थ हैं.

(6) रमेश गांव गया हैं.

(7) विश्व की सबसे लम्बी नदी का नाम अमेजन हैं.

(8) पंजाबी खाना लाजवाब होता हैं.

(9) भारत की शान कोहनूर हीरा हैं.

(10) भारत का संविधान किसने लिखा हैं?

संज्ञा की परिभाषा (Sangya Kise Kahate Hain)

किसी भी स्थान, व्यक्ति, जाति, वस्तु या भाव के नाम को संज्ञा (Noun) कहते हैं. जैसे –

मनुष्य – जाति
अमेरिका – स्थान
मिठास – भाव
किताब – वस्तु
महात्मा गाँधी – व्यक्ति

संज्ञा के भेद (Types of Sangya in Hindi)

संज्ञा के भेद में दो मान्यताएं हैं. (1) प्राचीन और (2) आधुनिक मान्यताएं.

प्राचीन मान्यताओं के आधार पर संज्ञा के पांच भेद माने गए हैं.

(1) व्यक्तिवाचक संज्ञा
(2) भाववाचक संज्ञा
(3) जातिवाचक संज्ञा
(4) द्रव्यवाचक संज्ञा
(5) समूहवाचक या समुदायवाचक संज्ञा

आधुनिक मान्यताओं के अनुसार संज्ञा को तीन भेद माना जाता हैं.

(1) व्यक्तिवाचक संज्ञा
(2) भाववाचक संज्ञा
(3) जातिवाचक संज्ञा

Types of Sangya in Hindi

यह भी पढ़ें:-

विराम चिन्ह
मसालों के नाम
गृहस्थी के सामान का नाम
संज्ञा और उसके भेद

आपको यह व्यक्तिवाचक संज्ञा परिभाषा, उदाहरण पोस्ट कैसी लगी Comments के द्वारा बताइयेगा। और अपने सोशल मिडिया पर Share जरुर कीजिएगा।

Leave a Comment