काला हिरन से जुड़े रोचक तथ्य
(1) काला हिरन सदैव झुण्ड में रहना पसंद करता है।
(2) वन्य जींव सरक्षण के तहत भारत में काले हिरन के शिकार पर पाबंदी है।
(3) भारत में कृष्ण मृग की संख्या पचास हजार के करीब है।
(4) काले हिरन (एंटीलोप सेरवीकप्रा) को भारतीय मृग अथवा हिरन के रूप में भी जाना जाता है।
(5) गर्भकाल का समय छह महीने का होता है.
(6) काले हिरन शाकाहारी होते हैं इनका मुख्य भोजन घास होता है।
(7) मादा हिरन के सींघ चक्राकार नहीं होते।
(8) नर काले हिरन के सिंघ चक्राकार होते हैं जो तकरीवन 35-75 सेमी लम्बे हो सकते हैं।
(9) यह पंजाब , हरियाणा और आंध्रप्रदेश का राज्य पशु है।
(10) भेड़िये, जंगली कुत्ते और चीते इनके मुख्य दुश्मन माने जाते हैं।
(11) इन्हें अक्सर पानी के पास ज्यादा देखा जाता है।
(12) इनकी आयु 10 से 15 वर्ष के बीच होती है।
(13) इंग्लिश भाषा में इसे ब्लैक बक कहा जाता है।
(14) इसकी प्रजातियों का वर्णन सबसे पहले 1758 में स्वीडिश जीव विज्ञानी कार्ल लिनिअस ने किया था।
(15) नर कृष्णमृग के सींग चक्राकार होते हैं जो 35-75 सेमी लंबे होते हैं। मादा कृष्णमृग के भी सींग हो सकते हैं।
(16) कृष्णमृग शाकाहारी होता है घास का भक्षण करता है।
(17) मादा कृष्णमृग आठ महीनों में व्यस्क हो जाते हैं, लेकिन आम तौर पर दो साल से पहले संबंध नहीं बनाते हैं। नर, लगभग एक से डेढ़ साल में व्यस्क होते हैं।
(18) कृष्ण का अर्थ होता है काल और मृग का अर्थ होता है हिरन।
(19) काले हिरन को भारतीय हिरन जा कृष्ण मृग के नाम से भी जाना जाता है।
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