हनुमान बाहुक हिंदी अर्थ सहित | Hanuman Bahuk Lyrics With Hindi Meaning

जब गोस्वामी तुलसीदास जी को वात, फोड़े-फुंसियों और अन्य कई शारीरिक रोग पीड़ा ने जकर लिया. औषधियां, यन्त्र, मन्त्र, टोटके आदि से भी बीमारी ठीक नहीं हो रही थी. बीमारी और बढती ही जा रही थी. तब उन्होंने हनुमान बाहुक की रचना की थी. इसका पाठ करने से उनको सभी शारीरिक पीड़ा से मुक्ति मिल … Read more