गुरु शब्द रूप, Guru Shabd Roop

Guru Shabd Roop – यहाँ पर आपको गुरु शब्द रूप संस्कृत में दिए गए हैं. छात्रों से अक्सर स्कूलों और प्रतियोगिता परीक्षाओं में Guru Shabd Roop in Sanskrit में लिखने के लिए कहा जाता हैं.

वाक्य बनाने के लिए संस्कृत भाषा (Sanskrit Language) में एक शब्द के कई रूप होते हैं. गुरु शब्द एक उकारांत पुल्लिंग संज्ञापद हैं. संस्कृत में सभी उकारांत पुल्लिंग संज्ञापदों के रूप गुरु शब्द रूप की ही तरह बनाए जाते हैं. कुछ उकारांत पुल्लिंग शब्द इस प्रकार से हैं. जैसे – हेतु, सिन्धु, साधु, शिशु, शत्रु, शम्भु, विष्णु, वायु, लघु, रिपु, भानु, धातु, तरु आदि.

गुरु का शाब्दिक अर्थ अंधकार को मिटाने वाला, अन्धकार को दूर करने वाला होता हैं. अर्थात वह व्यक्ति जो अपने ज्ञान की प्रकाश से अज्ञान रूपी अंधकार को दूर करता हैं.

गुरु शब्द रूप, Guru Shabd Roop

Guru Shabd Roop in Sanskrit

अब आइए Guru Shabd Roop in Sanskrit को पढ़ते हैं. जो इस प्रकार हैं.

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा गुरुः गुरू गुरवः
द्वितीया गुरुम् गुरू गुरून्
तृतीया गुरुणा गुरुभ्याम् गुरुभिः
चतुर्थी गुरवे गुरुभ्याम् गुरुभ्यः
पंचमी गुरोः गुरुभ्याम् गुरुभ्यः
षष्‍ठी गुरोः गुर्वोः गुरुणाम्
सप्‍तमी गुरौ गुर्वोः गुरुषु
सम्बोधन हे गुरो ! हे गुरू ! हे गुरवः !

Guru Shabd Roop

यह भी पढ़ें:-

हरि शब्द रूप
मति शब्द के रूप
किम् शब्द रूप
कवि शब्द रूप

आपको यह गुरु शब्द रूप संस्कृत में पोस्ट कैसी लगी Comments के द्वारा बताइयेगा। और अपने सोशल मिडिया पर Share जरुर कीजिएगा।

अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप

भानु शब्द रूप किम् शब्द रूप
हरि शब्द रूप कवि शब्द रूप
बालिका शब्द रूप देव शब्द रूप
फल शब्द रूप साधु शब्द रूप
युष्मद शब्द रूप मति शब्द रूप
मुनि शब्द रूप गुरु शब्द रूप
नदी शब्द रूप अस्मद् शब्द रूप
बालक शब्द रूप लता शब्द रूप
वधू शब्द रूप नगर शब्द रूप
मित्र शब्द रूप पिता (पितृ) शब्द रूप
सखि शब्द रूप लेख शब्द रूप
सूची शब्द रूप नेत्र शब्द रूप
छात्र शब्द रूप पुष्प शब्द रूप
पुस्तक शब्द रूप गृह शब्द रूप
महत शब्द रूप स्त्री शब्द रूप
हस्तिन शब्द रूप वणिज् शब्द रूप
सुहृद् शब्द रूप मघवन् शब्द रूप
सम्राज् शब्द रूप गिर शब्द रूप
दिश् शब्द रूप श्री शब्द रूप
अर्वन् शब्द रूप आत्मन् शब्द रूप
वेधस् शब्द रूप मधु शब्द रूप
श्रीमत् शब्द रूप  

Leave a Comment