Jati Vachak Sangya in Hindi – यहाँ पर आपको जातिवाचक संज्ञा से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध कराई गई हैं. जैसे – Jati Vachak Sangya ki Paribhasha, इसके उदाहरण (Jati Vachak Sangya Examples) आदि. जातिवाचक संज्ञा को उनके पहचान के साथ जानकारी दी गई हैं. जातिवाचक संज्ञा से संबंधित अनेको प्रकार के प्रश्न स्कूलों और प्रतियोगिता परीक्षाओं में पूछा जाता हैं.
जातिवाचक संज्ञा, Jati Vachak Sangya in Hindi
संज्ञा के भेद (Types of Sangya in Hindi)
संज्ञा के भेद में दो मान्यताएं हैं. (1) प्राचीन और (2) आधुनिक मान्यताएं.
प्राचीन मान्यताओं के आधार पर संज्ञा के पांच भेद माने गए हैं.
(1) व्यक्तिवाचक संज्ञा
(2) भाववाचक संज्ञा
(3) जातिवाचक संज्ञा
(4) द्रव्यवाचक संज्ञा
(5) समूहवाचक या समुदायवाचक संज्ञा
आधुनिक मान्यताओं के अनुसार संज्ञा को तीन भेद माना जाता हैं.
(1) व्यक्तिवाचक संज्ञा
(2) भाववाचक संज्ञा
(3) जातिवाचक संज्ञा
जातिवाचक संज्ञा की परिभाषा
जो शब्द किसी स्थान, वस्तु, व्यक्ति, के सम्पूर्ण जाति का बोध कराते हैं. उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं.
जैसे –
टीवी, किताब – वस्तु
गांव, शहर – स्थान
मछली, आदमी – प्राणी
मैदान में लड़के खेलते हैं.
गाय घास खा रही हैं.
जंगल का राजा शेर होता हैं.
नदी में पानी बहुत हैं.
सबसे उच्चा पहाड़ कौन हैं.
भारत का सबसे अच्छा शहर कौन हैं.
यहाँ पर जो उपर वाक्य दिए गए हैं. उनमे लड़के, गाय, शेर, नदी, पहाड़, शहर आदि शब्द किसी एक विशेष लड़के, गाय, शेर, नदी, पहाड़ का बोध नहीं करा रहें हैं. इसलिए यह सभी जातिवाचक संज्ञा कहते हैं.
आधुनिक मान्यताओं के अनुसार जातिवाचक संज्ञा के अंतर्गत समूहवाचक और द्रव्यवाचक संज्ञा को रखा गया हैं.
जातिवाचक संज्ञा की पहचान
यह संज्ञा द्रश्यमान होती है। यानि जिसे देखा जा सके. इस संज्ञा को बहुवचन से एकवचन और एक वचन से बहुवचन में बदला जा सकता हैं.
जातिवाचक संज्ञा के भेद
आधुनिक मान्यताओं के अनुसार संज्ञा के तीन भेद माने गए हैं. जिनमे से जातिवाचक संज्ञा के भी दो भेद माने गए हैं. 1 द्रव्यवाचक संज्ञा एवं 2 समूहवाचक संज्ञा.
(1) द्रव्यवाचक संज्ञा
जो शब्द किसी द्रव्य पदार्थ धातु, अधातु वस्तु का बोध करते हो. उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं.
Dravya Vachak Sangya Example
मोहन के पास बहुत सारे सोने के गहने हैं.
बाजार से एक किलो सरसों का तेल लेकर आना.
मुझे मुंग दाल पसंद हैं.
मुझे चांदी के गहने चाहिए.
यहाँ पर जो वाक्य उपर में दिए गए हैं. उनमे आने वाले शब्द सोना, तेल, दल आदि द्रव्य का बोध कर रहें हैं. इसलिए इस सभी शब्दों का द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं.
2 समूहवाचक संज्ञा
जो शब्द किसी सभा, वर्ग, संघ, गिरोह, भीड़, सेना, झुण्ड, का बोध करता हो उसे समूहवाचक संज्ञा कहते हैं.
Samuh Vachak Sangya Example
दुनिया की सबसे बड़ी सेना भारत देश की हैं.
रेलवे स्टेशन पर बहुत ज्यादा भीड़ थी.
मोहन के परिवार में कुल सात लोग हैं.
देखो भेड़ियों का झुण्ड जा रहा हैं.
यहाँ पर जो उपर में वाक्य दिया गया हैं. उनमे सेना, भीड़, परिवार, झुण्ड एक समूह को बोध करनेवाले शब्द हैं. इसलिए इन शब्दों को समूहवाचक संज्ञा कहते हैं.
Jati Vachak Sangya Examples
शहर – यह शब्द संसार के सभी शहरों का बोध करा रहा हैं. न की किसी एक विशेष स्थान को इसलिए यह एक स्थान सूचक जातिवाचक संज्ञा कहलाता हैं.
गाय – यह शब्द सभी जानवरों में से गाय जाति का बोध करा रहा हैं. इसलिए यह एक जातिवाचक संज्ञा हैं. क्योंकि गाय शब्द से धरती पर रहने वाली सभी प्रजातियों के गाय का बोध होता हैं.
नदी – नदी शब्द से संसार की सभी नदी का बोध होता हैं. न की किसी एक विशेष नदी का बोध होता हैं. इसलिए नदी एक जातिवाचक संज्ञा हैं.
स्कूल – स्कूल शब्द किसी एक विशेष स्कूल का बोध नहीं कराता हैं. यह सभी स्कूलों का बोध कराता हैं. इसलिए स्कूल शब्द एक जातिवाचक संज्ञा हैं.
लड़का – यह शब्द सभी लड़कों का बोध करा रहा हैं. क्योंकि मनुष्य की एक विशेष उम्र का बोध करा रहा हैं. इसलिए लड़का शब्द एक जातिवाचक संज्ञा हैं.
पहाड़ – इस शब्द से संसार के सभी पहाड़ों का बोध हो रहा हैं. न की किसी एक विशेष पहाड़ का इसलिए पहाड़ शब्द एक जातिवाचक संज्ञा हैं.
मोर – यह शब्द किसी विशेष मोर प्रजाति नस्ल का बोध नहीं करा रहा हैं. यह शब्द पूरे मोर जाती का बोध करा रहा हैं. इसलिए मोर शब्द एक जातिवाचक संज्ञा हैं.
जातिवाचक संज्ञा से कुछ वाक्य
(1) शेर एक जानवर हैं.
इस वाक्य में शेर और जानवर शब्द जातिवाचक संज्ञा हैं.
(2) तलाब बहुत ही ज्यादा प्रदूषित हैं.
इस वाक्य में तलाब जातिवाचक संज्ञा हैं. क्योंकि यह शब्द किसी एक विशेष तलाब का बोध न कराकर सभी तालाबों का बोध करा रहा हैं.
(3) नदी बहुत ज्यादा प्रदूषित हो चुकी हैं.
इस वाक्य में नदी शब्द किसी एक विशेष नदी का बोध नहीं करा रही हैं. नदी शब्द से संसार के सभी नदियों का बोध होता हैं. इसलिए नदी शब्द एक जातिवाचक संज्ञा हैं.
(4) हिरण का शिकार शेर कर रहा हैं.
इस वाक्य में हिरण और शेर शब्द किसी विशेष के प्राणी का बोध न कराकर सम्पूर्ण जाति का बोध करा रहा हैं. इसलिए हिरण और शेर जातिवाचक संज्ञा हैं.
(5) सड़क पर कार जा रही हैं.
इस वाक्य में सड़क शब्द जातिवाचक संज्ञा हैं.
(6) ट्रेन से सफर करना मुझे पसंद आता हैं.
इस वाक्य में ट्रेन शब्द किसी एक विशेष ट्रेन का बोध नहीं करा रही हैं. यह शब्द सभी ट्रेन का बोध करा रही हैं. इसलिए यह ट्रेन शब्द एक जातिवाचक संज्ञा हैं.
(7) लड़के खेलने जा रहे हैं.
यहाँ पर लड़के शब्द किसी एक विशेष लड़का का बोध नहीं करा रहा हैं. यह शब्द सम्पूर्ण लड़कों का बोध करा रहा हैं. इसलिए यह शब्द एक जातिवाचक संज्ञा हैं.
(8) आसमान में पक्षी उड़ रहें हैं.
इस वाक्य में पक्षी शब्द किसी एक विशेष पक्षी का बोध नहीं करा रहें हैं. यह सम्पूर्ण पक्षी जाती का बोध करा रहें हैं. इसलिए पक्षी शब्द के जातिवाचक संज्ञा हैं.
(9) बच्चे खेल रहें हैं.
इस वाक्य में बच्चें शब्द एक जातिवाचक संज्ञा हैं.
(10) किसान को देश का आधार माना जाता हैं.
इस वाक्य में किसान शब्द एक जातिवाचक संज्ञा हैं. क्योंकि यह शब्द किसी एक विशेष किसान का बोध नहीं करा रहा हैं. यह सभी किसानों का बोध करा रहा हैं.
(11) गाय का दूध बहुत ही फायदेमंद होता हैं.
इस वाक्य में गाय शब्द जातिवाचक संज्ञा हैं. क्योंकि यह गाय शब्द किसी विशेष गाय का बोध नहीं करा रहा हैं. यह सभी गाय जाति का बोध करा रहा हैं.
(12) मोहन का घर नदी के किनारे हैं.
इस वाक्य में घर और नदी शब्द जातिवाचक संज्ञा हैं.
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